कलेक्टर के हस्ताक्षर वाले 50-50 हजार के चेक से 8 पत्रकारों को रिश्वत! दिव्य भास्कर ने लौटाते हुए कहा- ये हमारे मूल्यों के खिलाफ
राजकोट.गुजरात में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम को राजकोट कलेक्टर कार्यालय से ही पलीता लगा है। दरअसल, राजकोट में पत्रकारों को 50-50 हजार रुपए के चेक कलेक्टर कार्यालय की ओर से दिए गए। 8 अखबारों के पत्रकारों को दिए गए इन चेक पर कलेक्टर और रेसिडेंट एडिशनल कलेक्टर के हस्ताक्षर हैं। गणतंत्र दिवस समारोह-2020 के राज्य स्तरीय समारोह की मेजबानी के बाद कलेक्टर कार्यालय की ओर से ये चेक जारी करवाए गए।
पत्रकारों को बताया गया कि गणतंत्र दिवस समारोह के अच्छे कवरेज के एवज में ये चेक दिए जा रहे हैं। 50 हजार रुपए का यह चेक लेकर भास्कर की टीम शनिवार शाम को एडिशनल कलेक्टर परिमल पंड्या के दफ्तर पहुंची। भास्कर टीम ने सवाल कर जानना चाहा- ‘हमने विज्ञापन नहीं छापा है, तब भी हमारा चेक क्यों बना?’ इस पर एडिशनल कलेक्टर ने बोले- ‘हमने यह जांच नहीं की है। 26 जनवरी का कार्यक्रम अच्छा रहा। विज्ञापन नहीं छापा हो तो भी हमारा आपसे लगाव है। इसलिए यह चेक स्वीकार कर लीजिए।’
कलेक्टर बोले- चेक देना गलत नहीं, सीएस ने जांच के बाद कार्रवाई का भरोसा दिया
इस मसले पर राजकोट कलेक्टर रेम्या मोहन ने कहा कि यह सब नियमानुसार हुआ है। चेक देना कोई गलत काम नहीं है। वहीं, गुजरात के मुख्य सचिव अनिल मुकीस से जब भास्कर ने इस बाबत संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कुछ जानकारी नहीं है। जांच कर उचित कदम उठाऊंगा।
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